राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS Chief) प्रमख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने मौजूदा इतिहास (History) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमने जो इतिहास (History) पढ़ा है वो हमें मालूम है, जो इतिहास (History) पढ़ाया जाता है वो पश्चिमी सोच (Western View) के हिसाब से है। हमारे देश में पाठ्यक्रम बदलने की बात हो रही है, लेकिन वो जब होगा,तब होगा। भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि अभी देश में पाश्चात्य दृष्टिकोण (Western View) का इतिहास पढ़ाया जाता है। उनके हिसाब से भारत (india) को है ही नहीं। दुनिया के नक्शे में तो भारत (india)दिखाई देता है लेकिन विचारों में कहीं भारत (india)नहीं होता है, आपको चीन (china),जापान (japan) मिल जाएंगे लेकिन भारत (india) नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि चर्चाएं केवल समस्याओँ की ही चलती हैं और विश्व समस्याओं से घिरा हुआ है। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि समस्याओं को लेकर प्रयास भी हुए लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। मनुष्य ने सुख के कई सारे साधन ढूंढ लिए लेकिन दुख अब भी खत्म नहीं हुआ..दुनिया में हर आदमी का अपना दुख है। <br /> <br /> <br />#rsschiefmohanbhagwatonhistory #rsschiefmohanbhagwat #mohanbhagwatrsschief #rsschiefmohanbhagwatnews #rsschiefmohanbhagwatspeech #rsschiefmohanbhagwatbiography #rsschiefmohanbhagwatlatestnews<br /><br />~HT.178~GR.124~CO.360~ED.104~